जीएनटी स्पेशल में आज बात बॉक्स ऑफिस पर शुक्रवार के सुपर वॉर की करेंगे. दर्शकों के लंबे इंतज़ार के बाद 19 सितंबर यानि इस शुक्रवार को जॉलीएलएलबी 3 और अनुराग कश्यप की निशांची रिलीज़ होने वाली हैं। दोनों फिल्मों को लेकर सिनेमा लवर्स में खासा एक्साइटमेंट है और इसकी वजह भी है.
माँ वैष्णो देवी की धार्मिक यात्रा 22 दिन बाद आज फिर से शुरू हो गई है, लगातार बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के कारण भक्तों की सुरक्षा के मद्देनज़र यात्रा रोक दी गई थी. अब मौसम साफ होने के बाद माता वैष्णो देवी की यात्रा एक बार फिर से प्रारंभ हुई है. श्राइन बोर्ड ने घोषणा की है कि मौसम अनुकूल रहने पर श्रद्धालु माँ वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे. बोर्ड के इस फैसले से श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. कई भक्त जो कई दिनों से यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रहे थे, उन्होंने अपनी टिकटें रद्द कर दी थीं और यात्रा खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.
ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है, और हाल ही में बुध और शुक्र ग्रहों का गोचर हुआ है. बुद्धि, वाणी और व्यापार के कारक ग्रह बुध ने अपनी स्वराशि कन्या में प्रवेश किया है. वहीं, शुक्र ग्रह सूर्य की राशि सिंह में 9 अक्टूबर तक विराजमान रहेंगे, जिससे प्रभावशाली सुक्रादित्य राजयोग का निर्माण हो रहा है. ज्योतिष आचार्यों के अनुसार, बुध का यह परिवर्तन व्यापार, रिसर्च और कंसल्टेंसी से जुड़े लोगों के लिए 2 अक्टूबर तक एक सुनहरा अवसर प्रदान कर सकता है. इस गोचर का विशेष प्रभाव मेष, वृषभ और मिथुन राशियों पर देखने को मिलेगा, जिससे जातकों को आर्थिक लाभ, नौकरी में पदोन्नति, संपत्ति लाभ और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के योग बन रहे हैं. इस दौरान गणेश जी की आराधना और विशेष मंत्रों का जाप करने की सलाह दी गई है.
जीएनटी स्पेशल में आज बात द ग्रेट इंडिया फेस्टिवल की। जिसकी शुरुआत अब से पांच दिन बाद होने वाली है। 22 सितंबर को नवरात्र के शुभारंभ के साथ ही देश में फेस्टिवस सीज़न का भी एक तरह से आगाज़ हो जाएगा। जो नवरात्र, दशहरा, दिवाली और फिर छठ तक यूं ही जारी रहने वाला है। ऐसे में देश में त्योहारों की तैयारी चल रही है।
जीएनटी स्पेशल में आज आपको लेकर चलेंगे एक ऐसे फिल्मी सफ़र पर. जो हकीकत भी है और फ़साना भी. साइंस फिक्शन यानि फिल्मों की वो कैटेगिरी जिनमें साइंस के फैक्ट और उसकी फैटेंसी में रची-बुनी कहानियां कही जाती हैं. हाल के सालों में भारत में साइंस फिक्शन सिनेमा का चलन तेजी से बढ़ा है. इसी कड़ी में बेहद जल्द एक औऱ शानदार साइंस फिक्शन परदे पर आने को है. साइंस फिक्शन पर बेस्ड डबल ए टूटू ए 6 (AA22xA6) एक अपकमिंग फिल्म है. जिसमें अल्लू अर्जुन और दीपिका पादुकोण लीड रोल में हैं.
महेंद्र सिंह धोनी एक नए अवतार में पर्दे पर नजर आने वाले हैं. 'द चेज' नाम के एक एक्शन टीज़र में धोनी दमदार एक्शन करते दिख रहे हैं. उनके साथ अभिनेता आर माधवन भी इस टीजर में हैं. टीज़र में धोनी एक टास्क फोर्स ऑफिसर की भूमिका में कमांडो यूनिफॉर्म और काले चश्मे में दुश्मनों पर फायरिंग करते दिख रहे हैं. आर माधवन ने इस टीज़र को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा करते हुए लिखा, "एक मिशन दो जाबाज़ तैयार हो जाईये। धमाकेदार चेज़ शुरू होने वाली है।" यह टीज़र किसी फिल्म, वेब सीरीज या विज्ञापन का है, इस पर अभी सस्पेंस बना हुआ है. हालांकि, धोनी के विशाल फैन बेस को देखते हुए इसे ब्लॉकबस्टर हिट माना जा रहा है. धोनी की पत्नी साक्षी ने पहले कहा था, "धोनी जी एस ए हीरो। आई लुक फॉर्वर्ड टु दट डे आई लुक फॉर्वर्ड टु दट डे दी हैप्पीज्ट डे शी डज कम" फैंस इस टीज़र को लेकर बेहद उत्साहित हैं और सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कई क्रिकेटर्स भी पहले फिल्मी दुनिया में हाथ आजमा चुके हैं.
अयोध्या के रामकथा पार्क में 22 सितंबर से शुरू होने वाली रामलीला को लेकर विवाद सामने आया है, जिसमें फिल्मी कलाकारों की भागीदारी पर संतों और स्थानीय कलाकारों ने आपत्ति जताई है. संतों का कहना है कि रामलीला आस्था, मर्यादा और परंपरा से जुड़ा मंच है, और फिल्मी कलाकारों को रामलीला के पात्रों की सही जानकारी नहीं होती, वे मर्यादा का पालन नहीं करते, जैसे जूते पहनकर अभिनय करना या युवा लड़कियों का पिता का किरदार निभाना. कुछ संतों ने कहा कि भगवान श्रीराम की गरिमा को बॉलीवुड के ग्लैमर और मनोरंजन के जरिए ठेस पहुंच सकती है. वहीं, कुछ श्रद्धालुओं और संतों का मानना है कि फिल्मी कलाकारों का रामलीला में आना सनातन धर्म की जीत है और इससे भगवान राम के विचारों का प्रसार होगा. राजू दास जी और चंद्रशु जी महाराज जैसे वक्ताओं ने सुझाव दिया कि प्रोड्यूसर को संतों से मिलकर उनकी आपत्तियों को समझना चाहिए और सुधार करना चाहिए ताकि अयोध्या की गरिमा बनी रहे. रामलीला, अयोध्या, फिल्मी कलाकार, संत, विवाद, परंपरा, मर्यादा, भगवान श्रीराम, सनातन धर्म, बॉलीवुड, रामकथा पार्क जैसे इस विषय से जुड़े हैं.
भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां अपराध ने कभी दस्तक नहीं दी. छत्तीसगढ़ के मैनपाट में एक पुलिस थाना है जिसे 62 साल बाद भी अपनी पहली एफआईआर का इंतजार है. यहां की तिब्बती बस्ती में 1962 से लोग शांति और प्रेम से रहते हैं. उनके बीच विवाद होने पर वे थाने या कोर्ट नहीं जाते, बल्कि अपने कैंप के मुखिया और सेट्लमेंट ऑफिस में मामले सुलझाते हैं. सेट्लमेंट ऑफिसर धर्मगुरु दलाई लामा की तस्वीर के सामने बैठकर फैसला सुनाते हैं, जिसे दोनों पक्ष स्वीकार करते हैं. एक निवासी ने बताया, "गुरु जी का फोटो लेके आएगा ना, दूध का दूध पानी का पानी निकल जाएगा" मैनपाट के अलावा, बिहार के बनकड गांव में 111 साल से, मध्य प्रदेश के हाथीवर खेर में 38 साल से, उत्तर प्रदेश के नियामतपुर में 35 साल से और हापुड़ के रतनगढ़ गांव में 30 साल से कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है. इन गांवों में भी लोग आपसी सहमति और पंचायत के माध्यम से विवादों का निपटारा करते हैं.
सुंदरकांड के पाठ से राम भक्ति की प्राप्ति होती है. यह संकट निवारण का कांड है, जिसने वानरों, माता जानकी और भगवान राम के संकटों को दूर किया. हम विपत्ति में भगवान को पुकारते हैं, लेकिन भगवान विपत्ति में हनुमान को पुकारते हैं क्योंकि वे संकट हरने वाले हैं. सुंदरकांड नकारात्मक शक्तियों का निवारण करता है और आत्मविश्वास से भरता है. यह लक्ष्य पर केंद्रित रहना भी सिखाता है.
जी एंड टी स्पेशल में आज ब्रह्मांड में जीवन की तलाश पर बात हुई. नासा के परसेवरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर जीवन के संकेत दिए हैं. रोवर ने जुलाई 2024 में जजीरो क्रेटर के ब्राइट एंजल क्षेत्र की एक चट्टान से नमूना लिया था. इस नमूने में बायो-सिग्नेचर मिले हैं, जो लाखों साल पहले मंगल पर जीवन की मौजूदगी का अब तक का सबसे पक्का सबूत माना जा रहा है. इन नमूनों में आयरन फॉस्फेट और आयरन सल्फाइड जैसे खनिज पाए गए हैं, जो पृथ्वी पर सूक्ष्म जीवों की गतिविधियों से बनते हैं. हालांकि, इसकी पुष्टि के लिए पृथ्वी पर गहन विश्लेषण की आवश्यकता है. इसके अलावा, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों को धरती से 125 लाइट ईयर दूर K2-18b ग्रह पर भी जीवन के संकेत मिले हैं. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने इस ग्रह के वातावरण में डीएमएस और डीएमडीएस गैसों की खोज की है, जो पृथ्वी पर केवल सूक्ष्म जीवों द्वारा उत्पन्न होती हैं. ये खोजें सौर मंडल से बाहर जीवन की संभावनाओं को बढ़ाती हैं. एलन मस्क की स्पेस एक्स कंपनी 2050 तक मंगल पर इंसानों की सेल्फ-सस्टेनिंग कॉलोनी बसाने की योजना पर भी काम कर रही है.
भारत ने भविष्य की चुनौतियों से निपटने और सैन्य आधुनिकीकरण के लिए एक व्यापक योजना तैयार की है. रक्षा मंत्रालय ने अगले 15 वर्षों के लिए 'टीपीसीआर 2025' नामक एक मेगा प्लान जारी किया है, जिसका उद्देश्य तीनों सेनाओं को अत्याधुनिक बनाना है. इस योजना के अंतर्गत, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी और नेक्स्ट जेनरेशन वारफेयर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. भारत डायरेक्ट एनर्जी वेपन (DEW) तकनीक पर तेजी से काम कर रहा है, जिसमें 30 किलोवॉट लेज़र-आधारित सिस्टम का सफल परीक्षण शामिल है. इसके अलावा, 100 किलोवॉट के दुर्गा-2 और 300 किलोवॉट के सूर्य लेज़र वेपन भी विकसित किए जा रहे हैं. डीआरडीओ 200 किलोमीटर तक मार करने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेल गन भी बना रहा है. पारंपरिक युद्ध क्षमताओं को बढ़ाते हुए, लद्दाख जैसे ऊंचे पहाड़ी इलाकों के लिए स्वदेशी हल्के टैंक 'जोरावर' का सफल परीक्षण किया गया है, जो 105 एमएम तोप और काउंटर-ड्रोन सिस्टम से लैस है. साथ ही, निगरानी और युद्ध अभियानों के लिए 100 रोबोटिक डॉग को भी सेना में शामिल किया गया है.