अयोध्या में 25 नवंबर को विवाह पंचमी के अवसर पर राम मंदिर के शिखर पर भव्य ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया जाएगा, जो मंदिर निर्माण के पूर्ण होने का प्रतीक है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं. रिपोर्ट में केसरिया रंग के मुख्य ध्वज के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिस पर सूर्य देव, ॐ और कोविदार वृक्ष अंकित हैं. मंदिर परिसर में होने वाले अन्य ध्वजारोहण के बारे में बताया गया कि 'नायलॉन का पैराशूट का कपड़ा इस्तेमाल होगा और केसरिया रंग का होगा और इसपे ओम द्वज पर छपा होगा'.
इस बुलेटिन में 25 नवंबर को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के भव्य ध्वजारोहण कार्यक्रम पर विस्तृत रिपोर्ट है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे. साथ ही, पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से पर्यटन में आई तेजी, राजस्थान में भारत-ब्रिटेन के संयुक्त सैन्य अभ्यास 'अजय वॉरियर 2025' की शुरुआत, और दुबई एयर शो में भारतीय वायु सेना के प्रदर्शन को भी कवर किया गया है.
अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और 25 नवंबर को विवाह पंचमी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वज फहराएंगे। इस भव्य समारोह के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में तैयारियां अंतिम चरण में हैं। ध्वजारोहण के लिए पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ द्वारा दोपहर 12 से 12:30 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त निकाला गया है.
हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर में हुई बर्फबारी से पहाड़ सफेद चादर में लिपट गए हैं, जिससे मनाली, गुलमर्ग और कौसानी जैसे पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. पर्यटक इन बर्फीले नजारों का भरपूर आनंद ले रहे हैं, जिससे स्थानीय कारोबारियों में भी खुशी का माहौल है. वहीं, पहाड़ों पर इस बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर भी पड़ा है, जहाँ उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड बढ़ गई है. दिल्ली में ठंड ने पिछले तीन साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जबकि मौसम विभाग ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. गुलमर्ग में बर्फबारी का आनंद लेते हुए एक पर्यटक ने कहा, 'आज के दिन में हमारा पैसा वसूल हो गया'.
दिल्ली के भारत मंडपम में 14 से 27 नवंबर तक चल रहे इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2025 में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की थीम के साथ स्थानीय और विदेशी उत्पादों की धूम है। इस मेले में राजस्थान की रजवाड़ी बर्फी से लेकर झारखंड के हर्बल मेकअप तक, 'वोकल फॉर लोकल' की ताकत दिख रही है, वहीं ईरान, तुर्की, और मिस्र जैसे 12 देश अपनी पारंपरिक कला का प्रदर्शन कर रहे हैं.
अयोध्या में 25 नवंबर को श्री राम मंदिर के शिखर पर भव्य ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया जाएगा, जो मंदिर निर्माण के पूर्ण समापन का प्रतीक है. इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल होंगे. मुख्य शिखर पर 22 फीट लंबा और 11 फीट चौड़ा केसरिया ध्वज फहराया जाएगा, जिस पर भगवान राम की सूर्यवंशी परंपरा का प्रतीक सूर्यदेव का चिन्ह अंकित होगा. मुख्य मंदिर के साथ-साथ परकोटे में बने छह अन्य मंदिरों पर भी ध्वज लहराएगा. इस समारोह के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं, जिसमें तीर्थयात्रियों के लिए लॉकर सिस्टम और रामायण के दृश्यों वाले 3डी म्यूरल शामिल हैं. 24 नवंबर से आम दर्शनार्थियों के लिए मंदिर बंद रखने की योजना है.
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की दिल्ली से शुरू हुई 'सनातन हिंदू एकता पदयात्रा' वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में संपन्न हो गई. 10 दिनों में 170 किलोमीटर की इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू एकता और सामाजिक समरसता का संदेश देना था. इस यात्रा में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, संत अनिरुद्धाचार्य और जगद्गुरु रामभद्राचार्य समेत कई हस्तियां शामिल हुईं. यात्रा के समापन पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, 'एक वैचारिक यात्रा, अनवरत सभी पदयात्री हम लोग प्रारंभ करेंगे और पांच सूत्रों के साथ भारत में सामाजिक समरसता के लिए हम लोग कार्य करेंगे.' उन्होंने यह भी कहा कि तन से यात्रा को विराम मिला है, लेकिन मन और विचारों से यह यात्रा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लक्ष्य तक जारी रहेगी. यात्रा के वृंदावन पहुंचने पर भक्तों का भारी हुजूम उमड़ा और ब्रज के पारंपरिक व्यंजनों से पदयात्रियों का स्वागत किया गया.
10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके के बाद राजधानी को एक अभेद्य सुरक्षा कवच में बदल दिया गया है। दिल्ली पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली-एनसीआर के चप्पे-चप्पे, सीमाओं और ऐतिहासिक स्थलों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। धमाके के दौरान सबसे पहले मौके पर पहुंचे हेड कांस्टेबल थान सिंह ने कहा, 'अगर पांच लोगों की जान बचा कर हम अपनी जान अगर गवा दे तो कोई चिंता वाली बात नहीं, मगर लोगों की जान बचनी चाहिए'। रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस द्वारा जारी की गई उस एडवाइजरी का भी जिक्र है जिसमें यात्रियों को एयरपोर्ट और स्टेशनों पर अतिरिक्त समय लेकर चलने की सलाह दी गई है। शहर में जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है, लेकिन लोगों के मन में डर बना हुआ है।
वृंदावन में बाबा बागेश्वर की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का भव्य समापन हुआ, जिसमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य भी शामिल हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में बुलेट ट्रेन स्टेशन का निरीक्षण किया, वहीं विभिन्न राज्यों में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, माणिक साहा और पुष्कर सिंह धामी जैसे नेता शामिल हुए. पदयात्रा के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, 'अब ओम शांति बंद करो, ओम क्रांति शुरू करो'. इसके अलावा, भारत और फ्रांस के बीच 'गरुड़ 25' युद्धाभ्यास शुरू हुआ और एम्स, नई दिल्ली को एक हेल्थ रिसर्च समिट में शीर्ष राष्ट्रीय रैंक से सम्मानित किया गया.
बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री की 10 दिवसीय 'सनातन हिंदू एकता यात्रा' दिल्ली से शुरू होकर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में संपन्न हो गई. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सामाजिक समरसता और हिंदू राष्ट्र की स्थापना का संदेश देना था, जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, संत रामभद्राचार्य और अनिरुद्धाचार्य समेत कई हस्तियां और लाखों भक्त शामिल हुए. यात्रा के समापन पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, 'एक वैचारिक यात्रा, अनवरत सभी पदयात्री हम लोग प्रारंभ करेंगे और पांच सूत्रों के साथ भारत में सामाजिक समरसता के लिए हम लोग कार्य करेंगे.' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शारीरिक रूप से यात्रा को विराम दिया गया है, लेकिन वैचारिक यात्रा तब तक जारी रहेगी जब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बन जाता.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा अपने नौवें दिन मथुरा पहुँच गई है और अब अपने अंतिम चरण में है। इस यात्रा को आम लोगों के साथ-साथ कई जानी-मानी हस्तियों का भी समर्थन मिल रहा है। गुड न्यूज़ टुडे के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, धीरेंद्र शास्त्री ने यात्रा के अनुभवों और भविष्य की योजनाओं पर बात की। यात्रा के उद्देश्य पर जोर देते हुए, धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, 'इस पदयात्रा में जो सभी मतपंथों का एकत्रीकरण हुआ। वो देश को भूलना नहीं चाहिए।' यह यात्रा दिल्ली से 7 नवंबर को शुरू हुई थी और इसका समापन रविवार को वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में होगा, जहाँ शास्त्री अपने भक्तों के साथ ठाकुर जी का आशीर्वाद लेंगे। यात्रा में भक्तों का उत्साह चरम पर है, और इसमें कुछ अनोखे भक्त भी शामिल हैं, जैसे कि बालों से गाड़ी खींचने वाले बद्री बाबा और जरूरतमंदों को मोज़े पहनाने वाले रामनिवास।