जीवन की अनिश्चितताओं में ही इसकी सबसे बड़ी संभावनाएं छिपी हैं। आगामी अमरनाथ यात्रा, जो 3 जुलाई से 9 अगस्त के बीच होनी है, उसकी सुरक्षा के लिए जम्मू कश्मीर में 700 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कैमरे तैनात किए गए हैं; ये कैमरे फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग करके संदिग्ध व्यक्तियों की तुरंत पहचान करेंगे और कंट्रोल रूम को सूचित करेंगे। यही नहीं, अयोध्या में राम मंदिर परिसर, पुरी में 27 जून से शुरू होने वाली जगन्नाथ यात्रा, माता वैष्णो देवी धाम, उज्जैन के महाकाल मंदिर और काशी विश्वनाथ धाम जैसे अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा भारी भीड़ के प्रबंधन के लिए इसी प्रकार की एआई तकनीक का व्यापक स्तर पर प्रयोग किया जा रहा है, जहाँ हजारों सीसीटीवी कैमरों को उन्नत एआई सॉफ्टवेयर से जोड़ा गया है।