राजा को या शासक को कैसा होना चाहिए इसे भगवान राम ने अपने आचरण से पूरी दुनिया को समझाया है.. अगर किसी राज्य की शासकीय सुविधाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंचती तो उसे रामराज्य नहीं माना जाएगा. रामराज्य का मतलब यही है कि राजा समदर्शी हो. उसके खजाने से अगर लोक कल्याण के लिए कोई राशि निकलती है तो उसका लाभ हर व्यक्ति को मिलना चाहिए तभी रामराज्य माना जाएगा. इतना ही नहीं राजा या शासक को लेकर प्रजा या जनता के मन में कोई भय ना हो तो ही रामराज्य है. कमाल तो ये है कि भगवान राम ने इन आदर्शों को खुद अपने आचरण में समाहित करके दिखाया है.