दिल्ली के सदर बाजार स्थित प्रियदर्शिनी कॉलोनी, जो साठ सालों से नशे के कारोबार का गढ़ बन चुकी थी, अब नशामुक्त हो गई है. गुड न्यूज टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने इस इलाके की तस्वीर बदलने का प्रण लिया. इस अभियान के तहत, नवंबर 2024 में शुरू होकर जून 2025 तक, पुलिस ने सैकड़ों घरों में छापेमारी की, दर्जनों मुकदमे दर्ज किए और 304 तस्करों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इलाके में आने-जाने के रास्तों को नियंत्रित किया, जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए और संदिग्धों पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी. डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन से घरों के कोनों में छिपा नशा बरामद किया गया. इस पहल से पहले, यहां के लोग कहते थे कि "जाने कैसे गुजार दी. मैंने जिंदा होता तो मर. गया होता" अब महिलाएं और बच्चे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं, और जो लोग नशे में थे, वे छोटे-मोटे काम करके अपना जीवन चला रहे हैं. यह अभियान नशा मुक्त भारत अभियान का हिस्सा है और दिल्ली के अन्य नशीले इलाकों में भी इसे दोहराने की योजना है.