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Ganesh Chaturthi 2022: गणपति मंदिरों में भक्तों का सैलाब, ढोल नगाड़ों के साथ बप्पा का किया गया स्वागत

जब बात बप्पा की होती है तो जेहन में मुंबई की तस्वीर उतरती है. और इसकी वजह भी है साल 1893 में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने सार्वजनिक तौर पर गणेशोत्सव की शुरुआत की थी. इसके बाद से हर साल गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाने लगा. यूं तो आज सारे देश में गणपति उत्सव मनाया जा रहा है लेकिन महाराष्ट्र और खास तौर पर मुंबई में इसकी अलग ही रौनक नज़र आ रही है.

When it comes to Bappa, the picture of Mumbai comes to mind. And the reason for this is that in the year 1893, Lokmanya Bal Gangadhar Tilak publicly started Ganeshotsav.