प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' में खाने के तेल में 10% कमी का आह्वान किया था. अब भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने राज्यों को तेल और चीनी की खपत घटाने के निर्देश दिए हैं, जिसे देश में मोटापा घटाने के महाअभियान की शुरुआत माना जा रहा है. एक स्टडी के अनुसार हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से परेशान है और बच्चों में यह समस्या चार गुना बढ़ी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) मोटापे को वैश्विक महामारी घोषित कर चुका है; भारत में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2021 के अनुसार लगभग 23% पुरुष और 24% महिलाएं अधिक वजन वाली हैं, और 2050 तक एक तिहाई आबादी इसके शिकार हो सकती है. प्रधानमंत्री ने खाने में 10% खाद्य तेल की कमी करने की अपील की है, जिसके तहत होटल व रेस्टोरेंट भी तेल खपत घटाने के लिए डीप फ्राइड की जगह बेक्ड व एयर फ्राइड तरीके अपना रहे हैं. घरेलू रसोइयों में भी पानी आधारित या शून्य-तेल कुकिंग और नारियल व खसखस जैसे गुड फैट्स के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है.