पुरी में प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा का शुभारंभ हो चुका है, जिसमें भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ भक्तों को दर्शन देने निकले हैं. यह यात्रा गुंडिचा मंदिर तक जाती है, जिसे उनकी मौसी का घर माना जाता है. मान्यता है कि जो रथ में तीनों भगवान को देखेगा और एक बार रथ की रस्सी को पकड़कर खींचेगा, उसके सारे पाप धुल जाते हैं और उसका पुनर्जन्म नहीं होता. पुरी में 148वीं जगन्नाथ रथ यात्रा का शुभारंभ हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह मंत्री अमित शाह ने विभिन्न रस्में निभाईं. इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए हैं, जिनकी संख्या 20 लाख के करीब बताई जा रही है, और मान्यता है कि "एक बार सिर्फ एक बार अगर आप इस यात्रा में शामिल हो जाते हैं तो कोई भी मनोकामना अगर आपकी होती है वह भी पूर्ण हो जाती है." सुरक्षा के लिए एआई और ड्रोन कैमरों का उपयोग किया जा रहा है, और यात्रा के दौरान बहुड़ा यात्रा, छेरा पहाड़ा, सोना भीषा और नीलाद्रि बीजे जैसे पारंपरिक अनुष्ठान भी निभाए जाते हैं.