भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को इजराइल निर्मित टैवोर राइफल, फाल्कन अवाक्स प्रणाली और स्पाइक एनएलओएस मिसाइलों से सुदृढ़ कर रहा है. स्पाइक एनएलओएस, जिसके लिए कहा गया है कि यह “पहाड़ों में छिपे दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने में सक्षम मानी जाती है,” का नवीनतम संस्करण 50 किलोमीटर तक लक्ष्य भेद सकता है. जून 2020 में गलवान झड़प के बाद चीन द्वारा एलएसी पर सैन्य जमावड़े के उत्तर में भारतीय वायुसेना ने इन मिसाइलों की खरीद को अंजाम दिया.