भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां अपराध ने कभी दस्तक नहीं दी. छत्तीसगढ़ के मैनपाट में एक पुलिस थाना है जिसे 62 साल बाद भी अपनी पहली एफआईआर का इंतजार है. यहां की तिब्बती बस्ती में 1962 से लोग शांति और प्रेम से रहते हैं. उनके बीच विवाद होने पर वे थाने या कोर्ट नहीं जाते, बल्कि अपने कैंप के मुखिया और सेट्लमेंट ऑफिस में मामले सुलझाते हैं. सेट्लमेंट ऑफिसर धर्मगुरु दलाई लामा की तस्वीर के सामने बैठकर फैसला सुनाते हैं, जिसे दोनों पक्ष स्वीकार करते हैं. एक निवासी ने बताया, "गुरु जी का फोटो लेके आएगा ना, दूध का दूध पानी का पानी निकल जाएगा" मैनपाट के अलावा, बिहार के बनकड गांव में 111 साल से, मध्य प्रदेश के हाथीवर खेर में 38 साल से, उत्तर प्रदेश के नियामतपुर में 35 साल से और हापुड़ के रतनगढ़ गांव में 30 साल से कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है. इन गांवों में भी लोग आपसी सहमति और पंचायत के माध्यम से विवादों का निपटारा करते हैं.