भारतीय सेना की ताकत में इजाफा करने के लिए डीआरडीओ ने माउंटेड गन सिस्टम (MGS) तैयार किया है. यह 155 एमएम की कैलिबर 52 तोप है जो हाई मोबिलिटी व्हील्ड प्लेटफॉर्म पर लगाई जा सकती है. यह हर मिनट छह गोले दागने में सक्षम है और इसके गोलों की रेंज 45 किलोमीटर है. इसकी 'शूट एंड स्कूट' क्षमता इसे महज 80 सेकंड में तैनात और 85 सेकंड में स्थान बदलने में सक्षम बनाती है. यह स्वदेशी सिस्टम रेगिस्तान, मैदानी इलाकों और ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में काम कर सकता है. तेजस एमके वन ए विमान से अस्त्र एमके वन ए बियॉन्ड विज़ुअल रेंज एयर टू एयर मिसाइल का पहला लाइव फायरिंग टेस्ट जल्द ही किया जाएगा. अस्त्र मिसाइल 100 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है. भारतीय सेना 2027 तक 2800 तोपों को अपने बेड़े में शामिल करने की तैयारी कर रही है. भारतीय वायुसेना को अस्त्र मिसाइल से बड़ी ताकत मिली है. यह मिसाइल बियॉन्ड विजुअल रेंज की है और इसे डीआरडीओ ने विकसित किया है. इसे सुखोई 30, मिराज 2000, तेजस और मिग 29 जैसे विमानों से लॉन्च किया जा सकता है. इसकी रफ्तार 4.5 मैक से अधिक है और यह हर मौसम में काम करती है. भारतीय नौसेना ने आईएनएस कवरत्ती से स्वदेशी एक्सटेंडेड रेंज एंटी सबमरीन रॉकेट (ERASR) का सफल परीक्षण किया है. यह रॉकेट 8900 मीटर दूर पनडुब्बी को नष्ट कर सकता है. इसके अलावा, भारतीय नौसेना को आधुनिक स्टेल्थ फ्रिगेट आईएनएस उदयगिरी भी सौंपा गया है. यह प्रोजेक्ट 17ए के तहत बना दूसरा युद्धपोत है और इसमें ब्रह्मोस, बराक 8 जैसी मिसाइलें लगी हैं.