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INS Mahe Commissioned: नौसेना को मिला साइलेंट किलर INS माहे, सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी की मौजूदगी में जंगी बेड़े में हुआ शामिल

भारतीय नौसेना ने मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में अपने बेड़े में पहले स्वदेशी एंटी-सबमरीन शैलो वाटर क्राफ्ट आईएनएस माहे को शामिल कर लिया है. इस कमीशनिंग समारोह में सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद थे. माहे क्लास का यह पहला जहाज है, जिसे 'साइलेंट किलर' भी कहा जा रहा है. यह जहाज उथले पानी में दुश्मन की पनडुब्बियों का पता लगाकर उन्हें नष्ट करने में सक्षम है. 78 मीटर लंबे इस जहाज की रेंज 1800 नॉटिकल मील है और इसमें 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. आईएनएस माहे के कमांडिंग ऑफिसर, कमांडर अमित चंद्र चौबे ने कहा, 'ये जहाज जो बनी है वो ए डब्ल्यू क्रॅफ्ट ऑपरेशन के लिए बनी है. जितनी भी सबमरीन और जो दुश्मन के समर हमारे आसपास आती थी, अब इस जहाज के कारण हमारे पास नहीं आ सकती है.' कुल 16 ऐसे जहाजों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें से यह पहला है.