भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल के तहत स्वदेशी हथियारों की क्षमता लगातार बढ़ रही है. मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर पिनाका का उन्नत संस्करण, पिनाका ईआर, सेना में शामिल होने के लिए तैयार है, जिसकी मारक क्षमता दोगुनी होकर 75 किलोमीटर से अधिक हो गई है. यह जीपीएस और इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम से लैस है. इसके साथ ही, भारतीय सेना के टी-90 भीष्म और टी-72 टैंकों को भी अपग्रेड किया जा रहा है, जिसमें 1000 से 1350 हॉर्स पावर के शक्तिशाली इंजन लगाए जाएंगे. डीआरडीओ द्वारा डिजाइन की गई स्वदेशी एटीएजीएस तोप, जिसे 'देसी बोफोर्स' भी कहा जाता है, 48 किलोमीटर की मारक क्षमता रखती है. भारत पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान एएमसीए का भी निर्माण कर रहा है. इन प्रयासों के फलस्वरूप, देश का रक्षा निर्यात पिछले 10 वर्षों में 21 गुना बढ़कर 100 से अधिक देशों तक पहुंच गया है.