भविष्य के युद्धों की बदलती तस्वीर के बीच भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत कर रहा है. डीआरडीओ (DRDO) के नेतृत्व में भारत अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों पर तेजी से काम कर रहा है, जिसमें लेजर हथियार और डायरेक्टेड एनर्जी वेपन प्रमुख हैं. इजराइल ने अपने 'आयरन बीम' लेजर इंटरसेप्शन सिस्टम का सफल परीक्षण किया है, जो ड्रोन और रॉकेट को पल भर में नष्ट कर देता है. इसी तर्ज पर, भारत 'दुर्गा-2' और 'सूर्य' जैसे सीक्रेट डायरेक्टेड एनर्जी वेपन विकसित कर रहा है. ये हथियार प्रकाश की गति से हमला करते हैं और बेहद सस्ते हैं, जिससे भारत की रक्षा क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी. इसके अतिरिक्त, डीआरडीओ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेलगन पर भी काम कर रहा है, जो बिना बारूद के 200 किलोमीटर तक मार कर सकती है. 'काली' (KALI) नामक एक शक्तिशाली डायरेक्टेड एनर्जी वेपन दुश्मन के लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और सैटेलाइट के इलेक्ट्रॉनिक सर्किट को नष्ट करने में सक्षम है. जम्मू-कश्मीर में बढ़ती ड्रोन घुसपैठ से निपटने के लिए भारतीय सेना 'वज्र' गन और 'डी-4' जैसे स्वदेशी काउंटर-ड्रोन सिस्टम भी तैनात कर रही है, जो 'सॉफ्ट किल' और 'हार्ड किल' तकनीकों से लैस हैं. यह भारत को भविष्य के युद्धों के लिए तैयार कर रहा है.