दिवाली की तारीख को लेकर दुविधा खत्म हो गई है। काशी के विद्वानों और ज्योतिषियों ने साफ कर दिया है कि इस साल दिवाली 20 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। काशी विद्वत परिषद के विद्वानों ने एकमत से निर्णय लिया कि 'सूर्यसिद्धांत की गणना के अनुसार 20 अक्टूबर को दो बजकर के 45 मिनट से अमावस्या आ जा रही है जो प्रदोष व्यापी अमावस्या है।' परिषद के अनुसार, 20 अक्टूबर को ही प्रदोष काल में अमावस्या तिथि होने के कारण लक्ष्मी पूजन के लिए यह दिन शास्त्र सम्मत और सर्वोत्तम है.