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Kanwar Yatra 2025: कांवड़ यात्रा के महत्व, इससे जुड़े नियमों और सावधानियों के बारे जानिए, देखिए रिपोर्ट

बस चंद दिनों बाद ही सावन का पावन महीना शुरु होने जा रहा है...देवाधिदेव महादेव को यह मास अत्यंत प्रिय है. इसीलिए यह महीना भगवान शिव को समर्पित होता है. इस दौरान तमाम शिवालयों और शिव मंदिरों में बम-बम भोले की गूंज सुनाई देती है...हर-हर महादेव का जयघोष गुंजायमान होता है...भक्त महादेव की न केवल विशेष पूजा-अर्चना करते हैं, बल्कि उनको प्रसन्न करने के लिए बेहद कठिन तपस्या भी करते हैं...भक्तों की यह तपस्या कांवड़ यात्रा के रूप में देखने को मिलती है...अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए भोले बाबा के बहुत से भक्त पैदल ही पवित्र नदियों तक जाते हैं और कांवड़ पर जल भरकर लाते हैं, भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उनका अभिषेक करते हैं. आज अपने स्पेशल शो में हम आपको बताने जा रहे हैं कांवड़ यात्रा के बारे में.,..इसकी तैयारी के बारे में भी बताएंगे, इसके महत्व, इससे जुड़े नियमों और इससे जुडी सावधानियों के बारे में भी बताएंगे...देखिए रिपोर्ट