भारत के आदित्य एल-1 मिशन पर दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की नजर है. इसरो के इस ऐतिहासिक मिशन से सूर्य की हलचल को समझने में काफी हद तक मदद मिलेगी. सूर्य को करीब से जानने की दिशा में ये एक क्रांतिकारी मिशन साबित होने जा रहा है. आदित्य एल-1 को सबसे पहले पृथ्वी के निचले आर्बिट में स्थापित किया जाएगा. इसके बाद उसके आर्बिट को और अधिक इलिप्टिकल यानी बड़ा किया जाएगा.
ISRO's solar mission-Aditya-L1 is being closely watched by space scientists from all over the world. This historic mission of ISRO will help in understanding the Sun.