साल के अंतिम और सबसे लंबे चंद्र ग्रहण का अद्भुत नज़ारा रांची, लखनऊ, प्रयागराज, दिल्ली, चेन्नई, दुबई और ऑस्ट्रेलिया समेत कई शहरों में देखा गया. यह 2018 के बाद का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण था, जिसकी कुल अवधि लगभग 5.5 घंटे रही. इस खगोलीय घटना के दौरान, चंद्रमा पृथ्वी की छाया में पूरी तरह से आ गया, जिससे वह लाल और नारंगी रंग का दिखाई दिया, जिसे 'ब्लड मून' या 'रेड मून' कहा जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, यह दृश्य पृथ्वी के वायुमंडल से सूर्य की किरणों के अपवर्तन के कारण बनता है. ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, इस ग्रहण का विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है.