पुरी में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर अपनी मौसी के घर, गुंडिचा मंदिर के लिए निकले हैं. यह यात्रा आज शाम 4 बजे शुरू हुई और कल गुंडिचा मंदिर जाकर पूरी होगी, जहाँ भगवान 9 दिन तक ठहरेंगे. 5 जुलाई को भगवान वापस मुख्य मंदिर में लौट आएँगे. इस यात्रा में लाखों की तादाद में श्रद्धालु शामिल हैं. एक श्रद्धालु ने कहा कि 'भगवान में कलयुग के देवता और लिविंग गॉड वो उनके पास जैसे ही लोग.' पुरी के गजपति महाराज ने सोने के झाड़ू से छेरापोरा की रस्म निभाई. अदानी समूह और इस्कॉन ने 30 लाख भक्तों के लिए प्रसाद, शरबत और पानी की व्यवस्था की है. यह यात्रा पुरी के अलावा उदयपुर, मणिपुर, गोवा, रांची, काशी, दीघा और अहमदाबाद सहित देश के कई हिस्सों में भी निकाली गई.