ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी आज शुक्रवार को रवि, सर्वार्थ सिद्धि, भद्र एवं गज केसरी योग के साथ है; यह व्रत जल ग्रहण किए बिना किया जाता है और इसे सबसे कठिन माना जाता है. मान्यता है कि यह एक व्रत वर्ष की सभी एकादशियों का पुण्य, चारों पुरुषार्थ तथा माँ लक्ष्मी की कृपा प्रदान करता है; इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान, दान और तप कर रहे हैं.