भारत अपनी सीमाओं और संप्रभुता की सुरक्षा के लिए रक्षा तैयारियों को लगातार मजबूत कर रहा है। जल, थल और नभ तीनों क्षेत्रों में भारत एक ऐसा सुरक्षा चक्र तैयार करने में जुटा है, जिसे तोड़ पाना दुश्मन के लिए आसान नहीं है। खास बात यह है कि सुरक्षा का यह चक्र अब पूरी तरह स्वदेशी होता जा रहा है। नए बन रहे हथियारों में 80% तक भारतीय कंपोनेंट्स का इस्तेमाल हो रहा है। देश की डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल ने अब तक की सबसे बड़ी स्वदेशी रक्षा डील को मंजूरी दी है। देश की सेनाओं के लिए जल्द ही 1,05,000 करोड़ रुपये के नए हथियार खरीदे जाएंगे.