पाकिस्तान की संसद में एक सांसद ने अपनी सरकार को भारत का मिसाल लेने की सलाह दी और प्रधानमंत्री की नीतियों की तारीफ करते हुए अपनी आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए. भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित करने के बाद पाकिस्तान में पानी का संकट गहराया है और एक नेता ने युद्ध की धमकी दी है, जिस पर भारत का रुख स्पष्ट है कि संधि बहाल नहीं होगी. वहीं, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने चीन के हथियारों की तारीफ की, जबकि हालिया युद्ध में चीनी हथियार विफल रहे थे. पाकिस्तान ने ईरान-इजराइल युद्ध के दौरान पहले ईरान का समर्थन किया, फिर अमेरिका के साथ दिखने का दिखावा किया. एक बयान में कहा गया कि 'दुनिया में हमेशा के लिए इस हाइब्रिड निज़ाम के साथ ये लानत, ये जिल्लत और ये कालक जुड़ चुकी है. कि इसने अपने पड़ोसी दोस्त इस्लामी मुल्क के ऊपर हमला करने वाले को नोबेल पीस प्राइस 2026 के लिए नाम से किया.' पाकिस्तान में सरकार और सेना के इस दोहरेपन का विरोध हो रहा है, साथ ही परमाणु कार्यक्रम पर हमले का डर भी सता रहा है.