पितृपक्ष का पावन अवसर आरंभ हो चुका है, जिसमें देशभर के श्रद्धालु अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान में जुटे हैं. इस दौरान लोग पवित्र नदियों में डुबकी लगा रहे हैं, पूजा-पाठ कर रहे हैं और दान-पुण्य कर रहे हैं. रामनगरी अयोध्या, धर्मनगरी हरिद्वार, महादेव की नगरी वाराणसी, संगम नगरी प्रयागराज, बिहार के गया और उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों पर लोग पितरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने, तर्पण करने और पिंडदान करने पहुँच रहे हैं. मान्यता है कि पितृपक्ष में पितृ धरती पर आकर अपने लोगों पर ध्यान देते हैं और आशीर्वाद देकर उनकी समस्याएं दूर करते हैं. इस दौरान पिंडदान, तर्पण और श्राद्धकर्म किए जाते हैं ताकि पूर्वजों को मोक्ष मिले और परिवारजनों को उनका आशीर्वाद प्राप्त हो.