देश आजादी की एक और सालगिरह मना रहा है, जो शून्य से शिखर तक की भारत की यात्रा का प्रतीक है. आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर, मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्योछावर करने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से भारत की सैन्य शक्ति और पड़ोसी मुल्कों के हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता पर प्रकाश डाला गया, साथ ही पीओके में तिरंगा लहराने की जन-इच्छा भी व्यक्त की गई. इन उपलब्धियों के साथ, देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना के बीच देश के सामने मौजूद चुनौतियों पर भी विचार किया गया.