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Sawan 2025: बाबा केदार से काशी विश्वनाथ तक और बाबा वैद्यनाथ से लेकर उज्जैन तक भक्तों का सैलाब, देखिए सावन के तीसरे सोमवार पर कैसी रही रौनक

सावन के पावन महीने में तीसरे सोमवार को शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी। केदारनाथ, काशी विश्वनाथ, बाबा वैद्यनाथ और उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। देवघर में शिव भक्त कांवड़ लेकर पहुंचे। उज्जैन में महाकाल की भस्म आरती हुई और भव्य सवारी निकली। इस साल महाकाल की कुल छह सवारियां हैं, जिनकी शुरुआत 14 जुलाई को हुई थी और अंतिम सवारी 18 अगस्त को निकलेगी। एक वक्ता ने बताया, 'महाकालेश्वर एकमात्र ज्योतिर्लिंग है जहाँ महादेव की सवारी निकलती है। यहाँ श्रावण मास में भगवान नगर में भ्रमण को निकलते हैं तो चार जो सोमवार होते हैं श्रावण के वह सोमवार में और दो भाद्रपद के ऐसे मिलके छह सवारी और कभी-कभी सात सवारी होती है तो यह भगवान का सबसे बड़ा उत्सव होता है। उज्जैन नगर का बहुत बड़ा उत्सव होता है। इतनी बड़ी सवारी देश और विदेश में देखने को मिलती है।' छत्तीसगढ़ के कांकेर में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में एक सांप शिवलिंग पर लिपटा हुआ दिखा। यह सांप एक सपेरे के पिटारे से निकला था और लगभग 15-20 मिनट तक शिवलिंग पर रहा। एक 8 साल का बालक 100 किलोमीटर से ज्यादा पैदल चलकर बाबा धाम पहुंचा।