आज ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल और शनि जयंती मनाई जा रही है. आचार्य जेपी सिंह जी के अनुसार, 'मंगल ही एक ऐसे ग्रह है जो खासतौर पे शनि शांति के लिए उपयुक्त है.' आज वट सावित्री पर्व भी है और भक्त शनिदेव एवं हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर साढ़ेसाती व ढैय्या जैसे दोषों से निवारण के लिए उपाय कर रहे हैं. इस अवसर पर शनिदेव और हनुमान जी की पूजा का विधान है, और ऐसी मान्यता है कि इससे कष्टों से मुक्ति व मनोकामना पूर्ति होती है. एक वक्ता ने कहा, 'लॉटरी वह नहीं है जो हम कागजों में खरीदते हैं... लॉटरी ये है जो दुर्लभ संयोग हमारे जीवन में आते हैं हमारे दुखों का अंत करने के लिए.'