शरद पूर्णिमा, जिसे अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा और रास पूर्णिमा भी कहा जाता है, इस वर्ष 6 अक्टूबर को मनाई जाएगी. इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है और अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण रहता है. मान्यता है कि इस तिथि पर चंद्रमा की किरणों में अमृत के गुण समाहित होते हैं, जिससे धरती पर अमृत की वर्षा होती है. इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों संग महारास रचाया था और माता लक्ष्मी का जन्म हुआ था.