9 मई को जिस तरह से पाकिस्तान में हिंसा हुई और उसमें इमरान खान के साथ उनके समर्थकों का नाम आया, ऐसे में कहीं से भी ये नहीं लगा की ये हरकत इमरान खान समर्थकों के अलावा कोई और भी कर सकता है लेकिन अब इस मामले में एक खुलासे ने शहबाज सरकार की तरफ उंगलियां उठा दी हैं.