स्मृति ईरानी 25 साल बाद 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के सीजन 2 में 'तुलसी' के किरदार में वापसी कर रही हैं. 24 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार यह किरदार निभाया था और अब 49 साल की उम्र में दोबारा वापसी कर रही हैं. छोटे पर्दे पर कामयाबी हासिल करने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा. साल 2019 में उन्होंने अमेठी से राहुल गांधी को हराया. उनके शुरुआती जीवन में कई संघर्ष रहे. बचपन में उन्होंने अपने पिता के साथ फुटपाथ पर किताबें बेचीं. उनकी मां घर-घर जाकर मसाले बेचती थीं. उनका परिवार एक टूटे-फूटे घर में रहता था. 7 साल की उम्र में उनके माता-पिता अलग हो गए. उस समय उन्होंने संकल्प लिया था कि जिस घर से उनकी मां को निकलना पड़ा, एक दिन वह उसे अपने कमाए पैसों से खरीदेंगी. उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई होली चाइल्ड ऑक्सिलियम स्कूल से की. 16 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली के जनपथ पर ब्यूटी प्रोडक्ट्स बेचे. मिस इंडिया प्रतियोगिता के लिए मुंबई जाने और कॉस्ट्यूम खरीदने के लिए उन्हें कर्ज लेना पड़ा, जिसे चुकाने के लिए उन्होंने मैकडोनाल्ड्स में बर्तन साफ किए. साल 2003 में उन्होंने बीजेपी जॉइन की. 2014 में अमेठी से चुनाव हारने के बाद भी उन्होंने 2019 में राहुल गांधी को हराया. 2024 में उन्हें अमेठी से हार मिली. उनके पिता उनकी 2019 की जीत से खुश नहीं थे.