आज देश भर में नागपंचमी का पावन पर्व मनाया जा रहा है. इस अवसर पर उज्जैन स्थित प्रसिद्ध नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए हैं. यह मंदिर साल में केवल एक बार नागपंचमी के दिन, सिर्फ 24 घंटों के लिए खुलता है. यह ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर तीसरी मंजिल पर स्थित है. मान्यता है कि यहाँ दर्शन पूजन करने से काल सर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है. शास्त्रों में वर्णित है कि "महाकाल यानी काल सर्प दोष के निवारण का एकमात्र उपाय है कि नागपंचमी के दिन चंद्रकेश्वर महादेव का शविधि पूजन करने पर उस प्राणी का कालसर्प दोष की निवृत्ति होती है और कालसर्प दोष जीवन में सुख, शांति, समृद्धि आहरण करने वाला योग होता है."