रक्षाबंधन का त्यौहार प्रेम और दोस्ती के धागों से बुना हुआ है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राखी के दिन राशि के मुताबिक रंगों की राखी भाई की कलाई पर बांधना उनके जीवन में शुभता और सौभाग्य ला सकता है। इसी प्रकार, बहन के लिए उपहार उसकी राशि के अनुसार चुनने से उसके जीवन में मंगल और सौभाग्य की बरसात हो सकती है। देश भर में राखी की रौनक दिख रही है। नोएडा के निठारी गांव में महिलाएं हाथ से रंगबिरंगी राखियां तैयार कर रही हैं। वडोदरा राखियों का सबसे बड़ा हब बन गया है, जहाँ 5000 से अधिक महिलाएं साल भर राखी बनाने के काम में जुटी रहती हैं। यह कारोबार करीब 200 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। सहारनपुर में देसी गाय के गोबर से बनी राखियां भी तैयार की जा रही हैं, जिनमें तुलसी के बीज डाले गए हैं। उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में 9 अगस्त को भगवान महाकाल को पहली राखी बांधी जाएगी और 1.25 लाख लड्डुओं का महाभोग अर्पित किया जाएगा। अयोध्या में भगवान श्रीराम को उनकी बड़ी बहन शांता की राखी बांधी जाएगी।