ज्योतिष शास्त्र बताता है कि ग्रह शरीर के हिस्सों और तत्वों को प्रभावित करते हैं. कुंडली में कमजोर ग्रह संबंधित अंग में समस्या पैदा कर सकते हैं, जिससे लंबे समय तक चलने वाली बीमारियां हो सकती हैं. हड्डियों की समस्याओं के लिए मुख्य रूप से सूर्य जिम्मेदार है, जबकि शनि और बृहस्पति का भी प्रभाव होता है. शनि के कारण होने वाली समस्याएं सबसे गंभीर मानी जाती हैं. सूर्य की कमजोरी से रीढ़ की हड्डी, पीठ दर्द, सर्वाइकल या स्पॉन्डिलाइटिस हो सकता है, जबकि बृहस्पति मोटापे के कारण घुटनों और पैरों में दर्द दे सकता है.