30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया है, इस दिन सूर्य और चंद्रमा अपनी उच्च राशि में होने से किए गए कार्य का फल अक्षय होता है। कार्यक्रम में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा विधि, मंत्र जाप और दान के महत्व पर ज़ोर दिया गया है; कहा गया है, "अक्षय तृतीया पर अगर आप दान नहीं करेंगे तो अक्षय तृतीया का पुण्य फल आपको नहीं मिलेगा"। साथ ही 30 अप्रैल 2025 का पंचांग, ग्रहों की स्थिति और 12 राशियों का दैनिक राशिफल भी बताया गया है।
ज्योतिष शास्त्र बताता है कि ग्रह शरीर के हिस्सों और तत्वों को प्रभावित करते हैं. कुंडली में कमजोर ग्रह संबंधित अंग में समस्या पैदा कर सकते हैं, जिससे लंबे समय तक चलने वाली बीमारियां हो सकती हैं. हड्डियों की समस्याओं के लिए मुख्य रूप से सूर्य जिम्मेदार है, जबकि शनि और बृहस्पति का भी प्रभाव होता है. शनि के कारण होने वाली समस्याएं सबसे गंभीर मानी जाती हैं. सूर्य की कमजोरी से रीढ़ की हड्डी, पीठ दर्द, सर्वाइकल या स्पॉन्डिलाइटिस हो सकता है, जबकि बृहस्पति मोटापे के कारण घुटनों और पैरों में दर्द दे सकता है.
किस्मत कनेक्शन में जानें उपहारों का ज्योतिष से क्या संबंध है और वे रिश्तों पर कैसा असर डालते हैं. बताया गया, "सही उपहार देने से आपके संबंध बेहतर होते हैं और गलत उपहार देने से संबंध बिगड़ जाते हैं" कार्यक्रम में 28 अप्रैल 2025 का पंचांग, ग्रहों की स्थिति, 12 राशियों का दैनिक राशिफल, उपहार देते समय बरतने वाली सावधानियां और विभिन्न अवसरों के लिए उपयुक्त उपहारों पर चर्चा की गई. साथ ही एक लकी टिप और सक्सेस मंत्र भी दिया गया.
शनि देव के मन्त्रों का जाप कोई भी कर सकता है, चाहे वो स्त्री हो या पुरुष. शनि देव के मंत्रो का जाप पूर्व-पश्चिम दिशा की तरफ मुंह करके करना उत्तम होगा. जाप का सही समय संध्या काल का होगा या मध्य रात्रि का रुद्राक्ष या रक्त चन्दन की माला शनि-देव के मंत्र जाप के लिए उत्तम होती है. घर में बिलकुल भी उनका चित्र न लगाएं , बेहतर होगा मानसिक रूप से याद करके ही मंत्र जाप करें. मंत्र जाप के पूर्व अपने गुरु या भगवान शिव को अवश्य याद करें ,तब मंत्र जाप करें - कोई भी गृहस्थ व्यक्ति काले वस्त्र धारण करके मंत्र जाप न करे, बेहतर होगा कि श्वेत वस्त्र या आसमानी वस्त्र धारण किया जाए.
चन्द्रमा मजबूत हो तो यात्रा सुखद होती है . शुक्र की स्थिति ठीक हो तो यात्रा आनंददायक हो जाती है. यात्रा के समय बड़ों का आशीर्वाद और ईश्वर का दर्शन हो तो भी यात्रा अच्छी हो जाती है. चन्द्रमा कमजोर हो तो यात्रा में समस्याएं होती हैं/ दिशाशूल के दिन भी यात्रा करने से यात्रा में समस्या होती है. शनि की उतरती हुयी साढ़ेसाती में भी यात्रा में समस्या होती है.
एक साथ बहुत ज्यादा शहद का प्रयोग नहीं करना चाहिए. शहद का प्रयोग जब भी करें जल के साथ ही करें. सूर्य के नवोदित रहने तक शहद का सेवन सबसे ज्यादा उत्तम होता है. शहद को गर्म करके नहीं खाना चाहिए. शहद को मांस मछली , तेल और गुड आदि गर्म चीज़ों के साथ प्रयोग नहीं करना चाहिए. जिन लोगों को गरमी की प्रकृति हो उन्हें भी शहद का सेवन नहीं करना चाहिए.
वैसे तो हर एकादशी अपने आप में महत्वपूर्ण है. फिर भी हर एकादशी की अपने आप में कुछ अलग महिमा भी है. वैशाख कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी कहा जाता है. इस एकादशी के व्रत से व्यक्ति को सर्वदा समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन भगवान् के मधुसूदन स्वरुप की उपासना की जाती है. रात्रि में जागरण करके उपासना करने से व्यक्ति के जीवन में मंगल ही मंगल होता है. इस दिन श्री वल्लभाचार्य का जन्म भी हुआ था. पुष्टिमार्गीय वैष्णवों के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है.
अगर बुध की बुरी दशा चल रही हो तो आर्थिक क्षति, मानसिक रोग तथा त्वचा की समस्या होती है. इसके निवारण के लिए तुलसी पत्र से श्रीहरि का पूजन करें. साथ ही नियमित विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.अगर बृहस्पति की बुरी दशा हो तो इस दशा में असाध्य रोग तथा बड़ी बीमारियां होती हैं. इसके निवारण के लिए धर्मस्थान में दान अनुकूल होता है. साथ ही गुरु रूप में शिव जी का पूजन करना चाहिए.
इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय बता रहे हैं कि नींद का किस्मत कनेक्शन क्या है. शनि की प्रधानता होने से,चन्द्रमा,शुक्र या बुध के अच्छे स्थान पर होने से अच्छी नींद आती है. केंद्र या अष्टम भाव में केवल शुभ ग्रह होने से भी अच्छी नींद आती है. कुंडली में जल तत्व की मात्रा मजबूत होने पर भी नींद अच्छी होती है -कर्क,वृश्चिक,मीन,मिथुन,तुला और कुम्भ राशी के लोगों को सामान्यतः अच्छी नींद आती है. जिनके घर के पास जल का स्रोत होता है ऐसे लोगों को भी अच्छी नींद आती है.
किस्मत कनेक्शन में शैलेंद्र पांडे बता रहे हैं कि कैसे एक लड्डू नौ ग्रहों को नियंत्रित कर सकता है. जानें भगवान गणेश को लड्डू चढ़ाने का महत्व और नौकरी पाने, संतान प्राप्ति व धन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए लड्डू के विशेष प्रयोग. साथ ही जानें 21 अप्रैल 2025 का दैनिक राशिफल और सक्सेस मंत्र.
किस्मत कनेक्शन कार्यक्रम में शनिदेव की पूजा के महत्व और सही तरीके पर चर्चा की गई. शनिदेव को न्यायकर्ता बताया गया जो व्यक्ति के कर्म और फल को निर्धारित करते हैं. शनि की पूजा से रोजगार, करियर और धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है. पूजा के दौरान कुछ सावधानियों का पालन करने की सलाह दी गई, जैसे शनि की मूर्ति के सामने पूजा न करना और पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना. कार्यक्रम में 12 राशियों का दैनिक राशिफल भी बताया गया है.