किस्मत कनेक्शन के इस कार्यक्रम बच्चों के मानसिक विकास से जुड़ी समस्याओं पर केंद्रित है, जिसमें ऑटिस्म और बोलने व समझने में आने वाली कठिनाइयां शामिल हैं. यह बताता है कि बच्चे का मानसिक विकास जन्म से 12 वर्ष तक चंद्रमा के प्रभाव में रहता है. यदि बच्चे की कुंडली में चंद्रमा कमजोर या दूषित हो, तो यह मानसिक विकास में समस्या पैदा कर सकता है, जिससे बच्चे का मन और स्वास्थ्य प्रभावित होता है. कार्यक्रम में गर्भावस्था के दौरान माता की मानसिक स्थिति के प्रभाव पर विशेष जोर दिया गया है. इसमें कहा गया है, "जो महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत तनाव पालती हैं, बहुत चिंता में रहती हैं. जिनके परिवार का माहौल खराब होता है, उनके गर्भ पर इसका बुरा असर पड़ता है और ऐसी स्थिति में जब बच्चा जन्म लेता है तो बच्चे के मेंटल डेवलपमेंट में दिक्कत आनी शुरू हो जाती है." कार्यक्रम में मानसिक रूप से कमजोर बच्चे के जन्म को रोकने और उनके विकास में सुधार के लिए कई ज्योतिषीय उपाय भी सुझाए गए हैं, जिनमें सही समय पर गर्भावस्था का चुनाव, माता का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन, विशिष्ट रत्न धारण करना और नियमित थेरेपी शामिल हैं.