इस वीडियो में 16 अगस्त 2025 को मनाई जा रही जन्माष्टमी के महत्व और पूजा विधान को विस्तार से बताया गया। भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी को वृषभ लग्न, वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस बार भगवान कृष्ण की पूजा का समय 16 अगस्त की रात 12:03 से 12:46 तक है। जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा करने से संतान प्राप्ति, लंबी आयु और समृद्धि की प्राप्ति होती है.