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Kismat Connection: 7 जुलाई से Chaturmas आरंभ, शुभ कार्यों पर क्यों लगी रोक? जानें

किस्मत कनेक्शन शो में चातुर्मास के महत्व पर चर्चा की गई. 7 जुलाई 2025 से चातुर्मास का आरंभ हो गया है और यह 1 नवंबर तक चलेगा. इस अवधि में श्री हरि विष्णु योग निद्रा में लीन रहते हैं. कार्यक्रम में बताया गया कि "इन चार महीनों में श्री हरि विष्णु योग निद्रा में लीन रहते हैं इसीलिए किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है" चातुर्मास हिंदू धर्म के चार विशेष महीने हैं जिनमें श्रावण, भाद्रपद, अशविन और कार्तिक शामिल हैं. आषाढ़ शुक्ल एकादशी को देव शयन से इसकी शुरुआत होती है और कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवोत्थान से इसका समापन होता है. इस दौरान मांगलिक कार्य जैसे शादी-विवाह और गृह निर्माण नहीं किए जाते हैं, लेकिन आध्यात्मिक कार्य किए जा सकते हैं. चातुर्मास में भगवान शिव, भगवान कृष्ण, देवी और पितरों की उपासना का विशेष महत्व है. इस अवधि में एक समय भोजन करने, सात्विक रहने, मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन का सेवन न करने और अधिक जल पीने का नियम बताया गया है. श्रावण में साग, भाद्रपद में दही, अशविन में दूध और कार्तिक में दाल का सेवन न करने की सलाह दी गई है. यह समय जप, तप और साधना के लिए अत्यंत पवित्र माना गया है.