हर व्यक्ति और वस्तु से उसके स्वभाव के अनुसार तरंगे निकलती रहती हैं. व्यक्ति के अन्दर से निकलने वाली तरंगे ज्यादा प्रभावशाली होती हैं. एक साथ जब ढेर सारी तरंगे इकठ्ठा हो जाती हैं , तो वो विशेष तरह की ऊर्जा का स्वरुप ले लेती हैं. अच्छे संस्कारों वाले व्यक्ति की ऊर्जा सकारात्मक होती है. जबकि ख़राब संस्कारों वाले व्यक्ति की ऊर्जा नकारात्मक होती है . ये नकारात्मक ऊर्जा हमारे और हमारे प्रगति के बीच में आकर सब कुछ रोक डालती है.