निर्जला एकादशी के दिन प्रातःकाल स्नान करके सूर्य देवता को जल अर्पित करें . इसके बाद पीले वस्त्र धारण करके भगवान विष्णु की पूजा करें. उन्हें पीले फूल , पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करें . इसके बाद श्री हरि और माँ लक्ष्मी के मन्त्रों का जाप करें . किसी निर्धन व्यक्ति को जल का , अन्न-वस्त्र का , या जूते छाते का दान करें . आज के दिन वैसे तो निर्जल उपवास ही रखा जाता है , - परन्तु आवश्यकता होने पर जलीय आहार और फलाहार लिया जा सकता है.