6वे,11वे और 12वे भाव से चीज़ों का नुकसान देखा जाता है. गोचर के चंद्रमा के 4थे, 8वे या 12वे भाव में होने पर चीज़ों का नुकसान हो सकता है. राहू और चंद्रमा का संयोग बनने पर चीजें अचानक खो जाती हैं. अगर इसमें शनि या मंगल का सम्बन्ध होता है तो चीजें नहीं मिलती - परन्तु अगर शुक्र, गुरु या शुभ ग्रह इसमें होते हैं तो चीजें मिल जाती हैं. आम तौर पर शनिवार को खोयी चीजें या तो नहीं मिलती या काफी देर से मिलती हैं.