चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को शीतलाष्टमी के रूप में मनाया जाता है. रोगों के संक्रमण से आम व्यक्ति को बचाने के लिए शीतला अष्टमी मनाई जाती है. इस दिन आखिरी बार आप बासी भोजन खा सकते हैं , इसके बाद से बासी भोजन का प्रयोग बिलकुल बंद कर देना चाहिए. अगर इस दिन के बाद भी बासी भोजन किया जाय तो स्वास्थ्य की समस्याएँ आ सकती हैं. यह पर्व गरमी की शुरुआत पर पड़ता है यानी गरमी में आप क्या प्रयोग करें , इस बात की जानकारी आपको मिल सकती है. गरमी के मौसम में आपको साफ सफाई , शीतल जल और एंटीबायटिक गुणो से युक्त नीम का विशेष प्रयोग करना चाहिए.