जल जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण पदार्थ है। जल सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ऊर्जाओं को अवशोषित कर सकता है। इसीलिए जल को मंत्रों से अभिमंत्रित किया जाता है ताकि उसमें शक्ति आ सके। शरीर का जल तत्व व्यक्ति को शक्तिशाली और दिव्य बनाता है। जल के सही प्रयोग से वास्तविक और काल्पनिक समस्याएं दूर की जा सकती हैं। जल का संतुलित प्रयोग स्वस्थ और विषमुक्त रखता है। कुंडली में जल को संतुलित करने से भावनाएं नियंत्रित होती हैं और व्यक्ति आध्यात्मिक बनता है.