गुड न्यूज़ टुडे के विशेष कार्यक्रम 'प्रार्थना और स्वीकार्य' में आज अक्षय नवमी के पर्व और आंवले के दिव्य महत्व पर चर्चा की गई. जानकारों के अनुसार, शास्त्रों में आंवले को दैवीय फल माना गया है, जिसके बारे में पद्मपुराण और स्कंदपुराण में विवरण मिलता है कि 'आंवला ब्रह्मा जीके आंसू से उत्पन्न हुआ है'. इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा का विशेष विधान है क्योंकि कार्तिक शुक्ल नवमी से पूर्णिमा तक भगवान विष्णु स्वयं इस वृक्ष में निवास करते हैं. कार्यक्रम में बताया गया कि कैसे इस दिन पूजा-अर्चना और दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और व्यक्ति मोक्ष प्राप्त कर सकता है. साथ ही, Chyawan Rishi द्वारा आंवले के सेवन से यौवन प्राप्त करने और भगवान कृष्ण के इसी तिथि पर मथुरा प्रस्थान करने जैसी पौराणिक कथाओं पर भी प्रकाश डाला गया.