हल्दी गुणों की खान है. रसोईघर से लेकर पूजाघर तक इसका इस्तेमाल होता है. रसोईघर में इसका प्रयोग सेहत हो बेहतर बनाता है और पूजाघर में इसका इस्तेमाल शुभता लाता है. धर्म हो या ज्योतिष या सामान्य जीवन, हल्दी के बिना सब अधूरा है. ये हर प्रकार से मंगलकारी है.
माघ पूर्णिमा, जिसे माघी पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है, माघ माह का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण दिन है, जब पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं. ना सिर्फ पवित्र संगम के तट पर बल्कि देशभर की पवित्र नदियों के तट पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ता है. धार्मिक ग्रथोों में माघ मास में किए जाने वाले पवित्र स्नान और तपस्या की महिमा का वर्णन है. जानिए क्या है माघ पूर्णिमा की महिमा.
नेपाल से चली शालिग्राम शिलाएं अयोध्या पहुंच चुकीं हैं. अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होने वाली भगवान राम और माता सीता की मूर्ति इन्हीं दोनों शिलाओं पर उकेरी जाएगी. कहते हैं कि शालिग्राम के दर्शन मात्र से ही मनोकामनाओं की पूर्ति हो जाती है. नित्य शालिग्राम का पूजन भाग्य और जीवन बदल देता है.
आज हम आपको एक ऐसा मंत्र बताएंगे जिसके आगे काल भी हारे. ये मंत्र अकाल मृत्यु से रक्षा करेगा. प्रार्थना हो स्वीकार के आज के एपिसोड में जानिए महामृत्युंजय मंत्र की महिमा और उसकी शक्तियां. कहते हैं जो इस मंत्र का जप करता है उसकी सुरक्षा का भार स्वयं महादेव उठाते हैं.
श्री हरि का नाम बड़ा दिव्य और चमत्कारी है. सच्चे मन से श्रीहरि का नाम जपने वालों की हर अभिलाषा पूरी हो जाती है. श्री हरि का दिव्य रूप है शालिग्राम. ज्योतिषी कहते हैं कि शालिग्राम की पूजा से जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति पाई जा सकती है.
तीन अक्षरों अ , ऊ और म से मिलकर बना है ॐ ईश्वर के तीन स्वरूपों ब्रह्मा, विष्णु, और महेश का संयुक्त रूप है ॐ. ॐ में ही सृजन, पालन और संहार तीनों शामिल हैं. ॐ को स्वयं ईश्वर का ही स्वरूप माना गया है. आज ॐ के उच्चारण से होने वाले लाभ के बारे में जानते हैं.
आपकी संपत्ति बढ़ा सकते हैं शनि. कहते हैं शनिदेव जीवन में हर तरह के शुभ-अशुभ कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी के मुताबिक फल देते हैं. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो इंसान को दरिद्र या धनवान बनाना शनि देव के ही हाथ में है, क्योंकि इंसान के कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं शनि. अगर आप कुछ विशेष कर्मों पर ध्यान दें, तो शनि स्वयं बनाएंगे आपको धनी.
ईश्वर की कृपा और उनका पेम पाने के कईं मार्ग हैं.ईश्वर के मार्ग पर चलने के लिए जरूरी है उनसे साक्षात्कार. मंदिर में उनकी मूर्ति के आगे सच्ची प्रार्थना करना या फिर घर पर साधना में मग्न रहकर उनको याद करना. कई तरीके और भी है जिनसे ईश्वर की ओर जाया जा सकता है. और उन तरीकों में से एक अचूक कारगर तरीका है भजन कीर्तन करना.
ज्योतिष के जानकार मानते हैं वसंत पंचमी का दिन सभी कार्यों के लिए बहुत शुभ माना होता है. इस दिन ऋतुराज बसंत के स्वागत के साथ ही विद्या और ज्ञान की देवी. मां सरस्वती के पूजन का भी विशेष फलदायी है. खासकर कोई भी नया काम शुरू करने के लिए वसंत पंचमी का दिन सबसे उत्तम है. माघ शुक्ल की पंचमी तिथि को विद्या और बुद्धि की देवी माँ सरस्वती की उपासना की जाती है. इसी उपासना के पर्व को वसंत पंचमी कहते हैं. वर्ष के कुछ विशेष शुभ काल में से एक होने के कारण इसको "अबूझ मुहूर्त"भी कहा जाता है. इसमे विवाह ,निर्माण तथा अन्य शुभ कार्य किये जा सकते हैं ऋतुओं के इस संधि काल में ज्ञान और विज्ञान दोनों का वरदान प्राप्त किया जा सकता है.
एक वंदनदार आपके घर का माहौल बदल सकता है. एक वंदनवार आपके घर परिवार में अपार संपन्नता ला सकता है. जिसके द्वार पर लगा हो शुभ वंदनदार. उसके घर से दूर हो जाता है नकारात्मक शक्तियों का संचार. जी हां ये हैं बंदनवार के चमत्कार, जिसके आपकी चौखट पर होने से घर में होता है लक्ष्मी का निवास. हर घर की ऊर्जा का संचार स्थान और प्रवेश स्थान घर का मुख्य द्वार होता है. कहते हैं यहीं से सकारात्मक और नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश करती हैं. तभी तो ज्योतिषी और पंडित घर को मुख्य द्वार पर विशेष ध्यान देने की बात करते हैं.
गुप्त नवरात्र, जो गोपनीय साधनाओं के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है. जी हां, मां दुर्गा को पूजने के लिए आप अभी तक यही जानते होंगे कि साल में दो बार नवरात्रि आती है जिसमें हम आप मां दुर्गा को अपनी भक्ति न्योछावर कर देते हैं और मां भी अपने भक्तों पर प्यार लुटाती हैं. लेकिन आज हम आपको माघ की गुप्त नवरात्रि के बारे में बताएंगे.