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प्रार्थना हो स्वीकार

सावन में शिवलिंग पूरी करेगा हर मनोकामना, जानिए महिमा, स्थापना और पूजा के नियम

26 जुलाई 2024

शिवलिंग को भगवान शंकर का प्रतीक माना जाता है. ज्योतिषी तो यहां तक कहते हैं कि शिवलिंग की आराधना से शिव और शक्ति दोनों के पूजन का फल मिलता है. इसलिए आज हम आपको बताने वाले हैं कि शिवलिंग की पूजा कब और कैसे करनी चाहिए. इसके साथ ही बताएंगे कि शिवलिंग की पूजा में कौन कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए.

सावन का शुक्रवार कैसे दूर करेगा हर प्रकार के संकट ? जानिए

25 जुलाई 2024

सावन का महीना अति पावन है और इसी महीने में आपके भाग्य की कुंजी छिपी हुई है. सावन का हर दिन बेहद कल्याणकारी है. ज्योतिषों का मानना है कि इस महीने में अलग-अलग मान्यताओं की पूर्ति के उपाय किए जा सकते हैं. इसलिए आज हम आपको सावन में धन समृद्धि पाने के उपाय बताने जा रहे हैं. इसके साथ यह भी बता रहे हैं कि महादेव और महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के क्या-क्या उपाय हो सकते हैं.

क्या हैं कांवड़ यात्रा का महत्व और नियम ? जानिए

24 जुलाई 2024

सावन का महीना भगवान शिव के लिए काफी पवित्र माना जाता है. इस महीने श्रद्धालु भगवान शिव की उपासना करने के लिए कांवड़ यात्रा करते हैं. माना जाता है कि ऐसा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं, तो आज हम आपको बताते हैं कि कांवड़ उठाने के क्या नियम है. कांवड़ यात्रा कितने प्रकार की होती है. कांवड़ से सपने कैसे साकार हो सकते हैं.

सावन में मां मंगला गौरी के व्रत का क्यों है विशेष महत्व, जानिए

23 जुलाई 2024

भगवान शिव का पवित्र महीना सावन चल रहा है और आज सावन का मंगलवार है. सावन का मंगलवार मां मंगला गौरी को समर्पित है. जितना महत्व सावन के सोमवार पर शिव जी की आराधना करने का है, उतना ही सावन का मंगलवार फलदायी है. क्योकि जहां शिव है वही शक्ति भी है. शिव के साथ शक्ति की आराधना इस सावन आपके जीवन की कई बाधाओं को दूर कर सकती हैं. मान्यता है कि इस कुवारी कन्याओं को व्रत रखने पर योग्य जीवनसाथी मिल जाता है.

शिव कृपा से पूरी होगी हर मनोकामना, जानिए सावन के पहले सोमवार की महिमा, महत्व और चमत्कारी प्रयोग

22 जुलाई 2024

सावन में प्रभु अपने भक्तों के बीच रहते हैं. अपने भक्तों की श्रद्धा देखकर उनकी हर कामना पूरी करते हैं और सावन का पहला सोमवार वो खास दिन है जब भक्त अपने भोलेनाथ के दर्शन करके खुद को कृतार्थ करते हैं. सावन के सोमवार का महत्व पूरा सावन महीना जप,तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है सावन में पड़ने वाले सोमवार का खास महत्व होता है.

शंख की महिमा और उससे जुड़ी शक्तियों का रहस्य ? जानिए

21 जुलाई 2024

क्या आपके पूजा घर में शंख विराजित है. क्या आप भी पूजा के पहले या बाद में शंख बजाते हैं. क्या आप भी पुण्यकारी तिथियों पर शंख का पूजन करते हैं. क्या आप शंख की महिमा को जानते हैं. क्या आप जानते है कि शंख सनातन की प्रतीक कैसे बना. शंख की उत्पत्ति का कथा क्या है. आज हम आपको इन सभी सवालों के जवाब देने वाले है.

गुरु पूर्णिमा का महत्व और इसकी क्या है महिमा ? जानिए

20 जुलाई 2024

गुरु की हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका होती है. गुरु के बताए मार्ग पर चलकर हम ईश्वर तक पहुंच सकते हैं. शास्त्रों में भी गुरु को ईश्वर से भी ऊंचा दर्जा प्राप्त है, क्योंकि गुरु के ज्ञान और मार्गदर्शन से ही जीवन का अंधकार दूर होता है. इसलिए हर किसी के जीवन में गुरु का होना जरूरी है. जानिए गुरु पूर्णिमा का महत्व और महिमा क्या है.

पावागढ़ वाली काली माता के दर्शन से कैसे पूर्ण होगी सभी मनोकामनाएं ? जानिए

19 जुलाई 2024

मां के शक्तिपीठ बनने की कथा तो हम सभी ने सुनी है कि यहां माता सती के अंग गिरे, वहां शक्तिपीठ हो गए. आज हम आपको पावागढ़ वाली काली माता के दर्शन करवाएंगे. मान्यता है कि यहां माता का अगूठा गिरा था. देवी का यह स्थान 500 साल तक ध्वजावहीन रहा. आज यहां शान से ध्वजा लहरा रही है. हजारों फीट की उंचाई और दुर्ग पहाड़ियों पर बसा ये स्थान अलौकिक है. यहां आकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.

गुरु प्रदोष व्रत की महिमा और इसके क्या हैं नियम ? जानिए

18 जुलाई 2024

महादेव की कृपा पाने का भी एक ऐसा दिन भी है जिस दिन ना सिर्फ महादेव बल्कि माता पार्वती का आशीर्वाद एक साथ मिल सकता है. इस दिन को प्रदोष कहा जाता है. आज हम बात करेंगे गुरु प्रदोष व्रत की महिमा और शिव जी की उपासना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं कैसे पूर्ण हो सकती है.

आज से शुरू हो गया चातुर्मास, जानिए क्या है उपासना का विधान

17 जुलाई 2024

अगले चार महीने बेहद ख़ास देवशयनी एकादशी से देवउठनी एकादशी तक चातुर्मास होता है. हरिशयनी एकादशी से भौतिक जीवन के कार्य बन्द हो जाते हैं. ये प्रतिबन्ध चार महीनों तक रहता है, इनको चातुर्मास कहा जाता है. ये चार महीने हैं सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक. इन चार महीनों में चार देवी-देवताओं की विशेष कृपा मिलती है. चातुर्मास 17 जुलाई से 12 नवंबर तक रहेगा. देखिए प्रार्थना हो स्वीकार.

चार महीने योगनिद्रा में रहेंगे भगवान विष्णु, जानिए शुभ कार्य क्यों हो जाते हैं बंद?

16 जुलाई 2024

सृष्टि के पालनहार योगनिद्रा में जाने वाले हैं. आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी वो दिन जब नारायण योगनिद्रा में चले जाते हैं..कल देवशयनी एकादशी है. भगवान विष्णु के निद्रा में जाने का दिन है. देवशयनी एकादशी महादेव के हाथ सृष्टि के संचालन की बागडोर जाने का दिन है.