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प्रार्थना हो स्वीकार

राम नाम के जाप से बनेंगे बिगड़े काम, जानिए स्वास्थ्य, विवाह और संतान प्राप्ति से जुड़े महाप्रयोग

19 नवंबर 2025

जीएनटी के विशेष कार्यक्रम 'प्रार्थना हूँ स्वीकार' में प्रस्तोता सुनीता राय शर्मा ने राम नाम की महिमा पर प्रकाश डाला। इस कड़ी में बताया गया कि कैसे दो अक्षरों के इस महामंत्र के जाप से स्वास्थ्य समस्याओं, शनि पीड़ा, और मुकदमों जैसी बाधाओं से मुक्ति मिल सकती है। कार्यक्रम में एक विद्वान ने तुलसीदास जी का उल्लेख करते हुए कहा, 'कलयुग में जो राम नाम जपेगा वही केवल व्यक्ति इस कली के प्रभाव से बचेगा अर्थात कलयुग में केवल राम का नाम ही आधार है.

पितृ दोष और कमजोर चंद्रमा से मुक्ति के क्या हैं उपाय, जानें मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व और महाउपाय

18 नवंबर 2025

यह विशेष कार्यक्रम 'प्रार्थना हो स्वीकार' दर्श अमावस्या के महत्व पर प्रकाश डालता है, जिसे मार्गशीर्ष अमावस्या भी कहा जाता है। इसमें पितरों के तर्पण, पितृ दोष से मुक्ति के उपाय और भगवान विष्णु की पूजा के विधान पर चर्चा की गई है। कार्यक्रम में बताया गया है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान, और पीपल के वृक्ष की पूजा करने से पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

शिव कृपा से हर मनोकामना होगी पूरी, जानें सोम प्रदोष व्रत के नियम और चंद्र दोष दूर करने के उपाय

17 नवंबर 2025

आज 17 नवंबर 2025 को सोम प्रदोष व्रत के अवसर पर, यह विशेष कार्यक्रम भगवान शिव को समर्पित इस पावन व्रत की महिमा, नियम और महत्व पर प्रकाश डालता है। इसमें बताया गया है कि कैसे यह व्रत भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी कर सकता है, विशेषकर संतान प्राप्ति, आरोग्य और चंद्र दोष से मुक्ति दिला सकता है। कार्यक्रम में व्रत की सही पूजन विधि, उद्यापन के नियम और भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई है.

श्रीमद् भगवद गीता: जीवन की हर समस्या का हल, कर्म और मोक्ष का मार्ग दिखाने वाले महाउपाय जानें

16 नवंबर 2025

‘प्रार्थना हो स्वीकार’ के इस विशेष एपिसोड में श्रीमद् भगवद गीता की महिमा का वर्णन है, जिसे केवल एक धर्मग्रंथ नहीं, बल्कि कलयुग में जीवन जीने की एक शैली बताया गया है. इसमें श्री कृष्ण और अर्जुन के संवाद, 700 श्लोकों और 18 अध्यायों के माध्यम से कर्म, धर्म और मोक्ष के रहस्यों को उजागर किया गया है. कार्यक्रम में एक विद्वान कहते हैं, ‘यह पुराण हमें यह भी बताता है कि हम स्नेहजनों के साथ अपने जनों के साथ भौतिकता के साथ साथ कैसे हम ईश्वर के प्रति अपने आप को समर्पित कर सकते हैं.’ गीता को उपनिषदों का सार माना गया है, जिसके पाठ और श्रवण से सभी दुखों का निवारण होता है. इसमें गीता जयंती के महत्व, पूजन की सही विधि और इस माह में दान के फलकारी महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है, जो मानव को सांसारिक जीवन में रहते हुए भी मोक्ष का मार्ग दिखाता है.

पूजा में कपूर, दीपक और प्रसाद का क्या है महत्व? जानें गणपति-हनुमान को क्या चढ़ाएं

15 नवंबर 2025

ईश्वर की उपासना में प्रयोग होने वाली पूजन सामग्रियों का विशेष महत्व है। इस रिपोर्ट में पूजा में कपूर, दीपक, अगरबत्ती, प्रसाद और फूलों के चमत्कारी प्रभावों के बारे में बताया गया है। गणपति, हनुमान जी और मां दुर्गा जैसे देवी-देवताओं को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करने और विभिन्न मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए अलग-अलग तेलों के दीपक जलाने के विधान पर चर्चा की गई है। ज्योतिष जानकारों के अनुसार, 'धन के लिए तिल का तेल, व्यक्ति की रोग, शांति के लिए सरसों का तेल और मनोकामना पूर्ण करने के लिए चमेली के तेल का दीपक जलाने का विधान बताया गया है'।

सभी एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण क्यों है उत्पन्ना एकादशी, जानिए व्रत शुरू करने के नियम और व्रत विधि

14 नवंबर 2025

15 नवंबर 2025 को मनाई जाने वाली उत्पन्ना एकादशी के महत्व पर विशेष कार्यक्रम, जिसे सभी एकादशी व्रतों का आरंभ माना जाता है। इस बुलेटिन में मार्गशीर्ष माह की महिमा, भगवान विष्णु की कृपा और व्रत के लाभों पर चर्चा की गई, जिसमें संतान प्राप्ति, आरोग्य और मोक्ष शामिल हैं.

अष्टविनायक की पूजा से दूर होंगे सारे कष्ट, गणपति के 8 चमत्कारी स्वरूपों से पाएं धन, स्वास्थ्य और सफलता

13 नवंबर 2025

कार्यक्रम 'प्रार्थना हो स्वीकार' में, प्रस्तोता सुनीता रॉय शर्मा ने भगवान गणेश के अष्टविनायक स्वरूपों की महिमा पर प्रकाश डाला। इस विशेष प्रस्तुति में गणपति के आठ चमत्कारी स्वरूपों—वक्रतुंड, एकदंत, महोदर, गजानन, लंबोदर, विकट, विघ्नराज और धूम्रवर्ण—की उपासना से मिलने वाले फलों का वर्णन किया गया। बताया गया कि कैसे इन स्वरूपों की पूजा करने से शत्रु बाधा, रोग, अहंकार और धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है.

राजस्थान के सीकर में है खाटू श्याम का मंदिर, जानिए क्या है हारे का सहारा की महिमा

12 नवंबर 2025

इस विशेष कार्यक्रम में, राजस्थान के सीकर में स्थित भगवान खाटू श्याम के मंदिर की कथा का वर्णन है, जिनका संबंध महाभारत के महाबली बर्बरीक से है। साथ ही, जयपुर के आराध्य देव, गोविंद देव जी के मंदिर की महिमा का भी उल्लेख है, जिसका नाम अपने अनूठे वास्तुशिल्प के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। बर्बरीक के शीश ने महाभारत युद्ध का साक्षी बनकर कहा था, 'प्रभु पूरे युद्ध में मैंने केवल आपका सुदर्शन चक्र नाचते देखा, मुझे तो केवल आपकी लीला कुरुक्षेत्र के मैदान में दिखी।'

काल भैरव जयंती 12 नवंबर को, जानें शनि-राहु दोष से मुक्ति के उपाय और पूजा की सही विधि

11 नवंबर 2025

12 नवंबर 2025 को मनाई जाने वाली काल भैरव जयंती पर विशेष कार्यक्रम। यह दिन भगवान शिव के रौद्र स्वरूप काल भैरव को समर्पित है, जिनकी पूजा भय, पाप और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति दिलाती है। कार्यक्रम में बताया गया है कि कैसे उनकी उपासना से शनि, राहु और केतु जैसे ग्रहों के दोष भी दूर होते हैं और तंत्र साधना में उन्हें प्रधान देवता माना जाता है.

भक्तों पर कृपा बरसाते हैं शालिग्राम, जानिए पूजन विधि, चमत्कारी रहस्य और महाउपाय

10 नवंबर 2025

भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप की महिमा, उनकी पूजा विधि और उससे जुड़े रहस्यों पर केंद्रित इस विशेष रिपोर्ट में जानिए कि कैसे एक श्राप ने श्रीहरि को पत्थर बना दिया। कार्यक्रम में ज्योतिषियों ने बताया, 'जो भगवान का पूजन करेगा, जो भगवान को अपने घर में रखेगा, जो भगवान का नित्य दिन पूजन करेगा उसके घर में ऐश्वर्य, संपन्नता और समृद्धि बनी रहेंगी।' यह कथा दैत्य शंखचूड़ और उसकी पतिव्रता पत्नी वृंदा से जुड़ी है, जिनके सतीत्व के कारण शंखचूड़ अजेय हो गया था.

कृष्ण के 3 दिव्य अस्त्र और मार्गशीर्ष मास का रहस्य, जानें कैसे मिलेगी माधव की कृपा

09 नवंबर 2025

भगवान विष्णु के संपूर्ण अवतार माने जाने वाले श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके दिव्य अस्त्रों का मानव जीवन से गहरा संबंध है. भगवद गीता में भगवान कृष्ण स्वयं कहते हैं, 'मासों में मैं मार्ग शीर्ष मास हूँ'। यह महीना कृष्ण भक्ति के लिए सबसे उत्तम माना गया है. इस विशेष रिपोर्ट में, हम श्रीकृष्ण के तीन प्रमुख अस्त्रों- सुदर्शन चक्र, बांसुरी और सम्मोहन शक्ति के रहस्यों को उजागर कर रहे हैं. सुदर्शन चक्र, जिसे भगवान शिव ने निर्मित किया था, धर्म की स्थापना के लिए पापियों का अंत करता है. वहीं, उनकी बांसुरी की धुन में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सम्मोहन में संसार को आकर्षित करने की अद्भुत शक्ति है. सच्चे मन से कान्हा की भक्ति करने से व्यक्ति का जीवन सुख और सम्मान से भर जाता है.