गुड न्यूज़ टुडे के शो 'प्रार्थना हो स्वीकार' में एंकर गुंजन दीक्षित ने वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के निर्माण पर चर्चा की। शो में बताया गया कि घर का मुख्य द्वार उत्तर या पूर्व दिशा में होना शुभ होता है। कार्यक्रम में दी गई जानकारी के अनुसार, 'रसोई के लिए उत्तम है दक्षिण-पूर्व दिशा जिसे आग्नेय कोण भी कहते हैं, क्योंकि ये वास्तु शास्त्र में अग्नितत्व से मेल खाते हैं।' इसके अलावा, बेडरूम दक्षिण-पश्चिम और पूजा घर उत्तर-पूर्व में होना चाहिए। मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति लगाने के नियमों पर भी प्रकाश डाला गया।
Good News Today के शो 'प्रार्थना हो स्वीकार' में हनुमान जी की पूजा और मंत्रों के नियमों पर चर्चा की गई। शो में बताया गया कि 'बजरंग बाण का पाठ घर में नहीं करना चाहिए, वो भी सिंदूरी हनुमान जी के मंदिर में बैठकर करना चाहिए।' इसके अलावा, मुकदमों में विजय और बीमारियों से मुक्ति के लिए हनुमान बाहुक और चमेली के तेल के दीपक के उपाय भी बताए गए।
गुड न्यूज़ टुडे के शो 'प्रार्थना हो स्वीकार' के इस विशेष एपिसोड में भगवान शिव के महामृत्युंजय स्वरूप की महिमा का वर्णन किया गया है। शो में बताया गया है कि कैसे शिव की आराधना और महामृत्युंजय मंत्र के जाप से गंभीर रोगों और अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल सकती है। एंकर और विशेषज्ञ ने विभिन्न बीमारियों के लिए अलग-अलग मंत्रों, जैसे त्र्यक्षरी और दशाक्षरी मंत्र, के महत्व और जाप की विधि समझाई है। इसके अलावा, रुद्राभिषेक और पंचोपचार पूजा के लाभों पर भी प्रकाश डाला गया है।
प्रार्थना स्वीकार में संध्या पूजन के महत्त्व और विधि पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार शाम की पूजा का विशेष महत्त्व है और इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। ज्योतिष के जानकारों के हवाले से बताया कि संध्या पूजन में तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाना शुभ होता है। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि शाम के समय शनिदेव और हनुमान जी की पूजा विशेष फलदायी होती है।
मंगलवार के दिन हनुमान जी को पान अर्पित करने से मंगल और शनि दोषों से मुक्ति मिल सकती है। गुड न्यूज़ टुडे के इस विशेष कार्यक्रम में बताया गया है कि हनुमान जी को चढ़ाया जाने वाला पान मीठा और रसीला होना चाहिए, जिसमें कत्था, गुलकंद और सौंफ का प्रयोग हो, लेकिन चूना, तंबाकू या सुपारी का नहीं। वक्ताओं के अनुसार, 'पान हमारे यहाँ जो बीड़ा लगाते हैं तो जो पीड़ा हर लेता है', इसलिए इसे संकटमोचन को अर्पित करना शुभ माना जाता है। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि लगातार नौ मंगलवार तक विधि-विधान से पान चढ़ाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।
गुड न्यूज़ टुडे की इस विशेष रिपोर्ट में जानिए कि मंगलवार को हनुमान जी को पान चढ़ाने का क्या महत्त्व है और इसकी सही विधि क्या है। रिपोर्ट के अनुसार, हनुमान जी को पान अर्पित करने से शनि और मंगल दोष से मुक्ति मिल सकती है और जीवन के संकट दूर होते हैं। पान को 'बीड़ा' भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि हनुमान जी भक्त के कष्टों का बीड़ा उठाते हैं। पान बनवाते समय ध्यान रखें कि उसमें लौंग, इलायची, कत्था, गुलकंद और सौंफ हो, लेकिन चूना, तंबाकू और कटी हुई सुपारी का प्रयोग बिल्कुल न करें। आप 11, 21 या 51 पान के पत्ते अर्पित कर सकते हैं। इसके अलावा, रिपोर्ट में धन लाभ के लिए बरगद के पत्ते पर केसर से 'श्रीराम' लिखकर पर्स में रखने का उपाय भी बताया गया है। सही विधि से पान चढ़ाने पर हनुमान जी और शनि देव दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
सनातन धर्म में प्रकृति की उपासना का विशेष महत्व है और पीपल व शमी के वृक्षों की पूजा से शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैया के प्रभावों को कम किया जा सकता है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, शनिवार को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने और मंत्र जाप करने से आर्थिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, शमी के पौधे को घर के मुख्य द्वार पर लगाने और उसकी नियमित पूजा करने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।
गुड न्यूज़ टुडे के कार्यक्रम 'प्रार्थना हो स्वीकार' में बुध प्रदोष व्रत की महिमा बताई गई है। इस दिन भगवान शिव और बुध ग्रह की उपासना से बुद्धि, वाणी और एकाग्रता में वृद्धि होती है। कार्यक्रम में बताया गया कि 'बिनु छल विश्वनाथ, पद नेहू' यानी बिना छल के ही महादेव प्रसन्न होते हैं। बुध प्रदोष पर हरी वस्तुओं का दान और भगवान गणेश की आराधना से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है।
गुड न्यूज़ टुडे के खास कार्यक्रम 'प्रार्थना हो स्वीकार' में एंकर पूजा पराशर ने अग्नि के धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में बताया गया कि सनातन संस्कृति में अग्नि देवताओं और मनुष्यों के बीच सेतु का काम करती है और बिना अग्नि के कोई भी संस्कार पूर्ण नहीं होता। शास्त्रों के अनुसार, अग्नि की पत्नी स्वाहा के माध्यम से ही देवताओं को हवि प्राप्त होती है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के आगर मालवा स्थित पचेटी माता मंदिर की अद्भुत परंपरा दिखाई गई। रिपोर्टर प्रमोद कारपेंटर ने बताया कि यहाँ भक्त मन्नत पूरी होने की 'गारंटी' यानी 'पट्टा' लेने आते हैं। मान्यता है कि यदि माता की मूर्ति पर चिपकाया गया नारियल का टुकड़ा (चटक) गिर जाए, तो मनोकामना अवश्य पूरी होती है।
गुड न्यूज़ टुडे की एंकर गुंजन दीक्षित 'प्रार्थना और स्वीकार' में बता रही हैं कि 16 दिसंबर 2025 को सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास शुरू हो जाएगा। इस दौरान विवाह, मुंडन और गृहप्रवेश जैसे शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं क्योंकि सूर्य का प्रभाव गुरु की राशि में कमजोर हो जाता है। हालांकि, यह समय पूजा-पाठ, जप और दान के लिए श्रेष्ठ है। गुंजन दीक्षित बताती हैं कि इस अवधि में सूर्य देव की उपासना और पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है।
सफला एकादशी के पावन अवसर पर भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी की उपासना का विशेष महत्व है। इस विशेष रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे पौष कृष्ण पक्ष की एकादशी, जिसे सफला एकादशी कहा जाता है, आपके जीवन में सफलता और समृद्धि ला सकती है। कार्यक्रम में एक अचूक उपाय साझा किया गया है जिसमें डंठल वाले पान के पत्ते पर 'श्री' लिखकर तिजोरी में रखने से धन की वर्षा होने की मान्यता है। इसके अलावा, राजकुमार लुंपक की कथा का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि कैसे अनजाने में किए गए व्रत से भी मोक्ष और सफलता प्राप्त हो सकती है। संतान प्राप्ति और उत्तम स्वास्थ्य के लिए 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र के जाप और पंचामृत के भोग की विधि भी बताई गई है।