चातुर्मास का दूसरा मास भाद्रपद आरंभ होने जा रहा है. इस मास को भादौ के नाम से भी जाना जाता है. भाद्रपद को देवीय कृपा का महीना कहा जाता है क्योंकि इसमें कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार आते हैं. भाद्र का अर्थ है कल्याण देने वाला। भाद्रपद का अर्थ है भद्र परिणाम देने वाले व्रतों का महीना। इस महीने में भगवान श्री कृष्ण, भगवान बलराम और भगवान गणपति का जन्म हुआ था. गणेशोत्सव भी इसी मास में मनाया जाता है. हरतालिका व्रत, संतान प्राप्ति के लिए लोलार्क का व्रत और अनंत चतुर्दशी जैसे पर्व भी इसी महीने में आते हैं. इस मास में मन को शुद्ध करने और पवित्र भाव भरने के लिए व्रत, उपवास और नियमों का पालन करना चाहिए. दही का प्रयोग और कच्ची चीजें खाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है. इस महीने में स्नान, दान और व्रत करने से जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो सकते हैं. कृष्ण जन्माष्टमी, हरितालिका तीज और गणेश चतुर्थी इस महीने के प्रमुख त्योहार हैं.