हरिद्वार स्थित मां दक्षिण काली मंदिर, जिसे कामाख्या शक्तिपीठ के समान पूजित माना जाता है, भक्तों की आस्था का केंद्र है. मान्यता है कि यहां गंगा की नील धारा में स्नान कर महादेव नीलकंठ कहलाए और इसी स्थान पर रामकृष्णा परमहंस के गुरु तूतापुरी महाराज ने साधना की थी. एक भक्त के अनुसार, "जो भी आता है उसको अजीब सी शांति मिलती है, इच्छाएं पूरी होती है"