सावन का पहला सोमवार है। सुबह से ही भक्त भोले बाबा का जलाभिषेक कर रहे हैं। शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि श्रावण मास में ही माँ भगवती पार्वती ने तपस्या करके भगवान शिव को प्राप्त किया था। इसी मास में भगवान शिव ने समुद्र मंथन में निकले विष को ग्रहण किया था। इसलिए श्रावण मास भगवान शंकर को अति प्रिय है। सावन के सोमवार पर महादेव की महाकृपा भक्तों पर बरसती है। इस दिन शिव उपासना से सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। सावन का सोमवार विवाह और संतान की समस्याओं के लिए अचूक माना जाता है.