कल पौष मास की अमावस्या तिथि पड़ रही है और जब भी अमावस्या की तिथि सोमवार को पड़ती है तो यह तिथि सोमवती अमावस्या के नाम से जानी जाती है. मान्यता है कि अमावस्या की तिथि पर पितरों के नाम से दीपक जलाया जाता है. कहते हैं कि इससे पूर्वजों के साथ-साथ मां लक्ष्मी की कृपा भी बरसती है. ज्योतिष के जानकार बताते हैं कि इस बार पौष अमावस्या पर ऐसे दिव्य सहयोग बन रहे हैं इसमें आप जो भी कार्य करेंगे उसमें बढ़ोत्तरी होना तय है. आज हम पौष अमास्या के विधान के बारे में जानते हैं.