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इस शिव मंदिर की तर्ज पर बना है संसद, जानिए क्या है पौराणिक कहानी

मध्य प्रदेश में शिव का एक धाम ऐसा भी है जहां की मान्यता है कि यहां भगवान शंकर अकेले नहीं बल्कि मां पार्वती की 64 सखियों या कहे सहचरियों के साथ विराजते हैं. 900 साल पुराने इस मंदिर को कच्छप वंश के राजा ने बनवाया था. जिससे प्रेरित होकर लुटियंन ने भारतीय संसद का गोलाकार नक्शा बनाया था. केंद्रीय मंदिर में भगवान शंकर का शिवलिंग विराजमान है. साथ ही मां पार्वती का भी शिवलिंग विराजमान है. जिसे आध्यात्मिक साधना के जानकार शिव और साधक का स्वरूप मानते हैं. केंद्रीय मंदिर में स्थापित मंदिर में भगवान शंकर के शिवलिंग को एकट्टसो महादेव मंदिर भी कहा जाता है.

There is also a Dham of Shiva in Madhya Pradesh where it is believed that Lord Shankar resides here not alone but with 64 sakhis or companions of Mother Parvati. This 900 year old temple was built by the king of Kachhap dynasty. Inspired by which Lutyens made a circular map of the Indian Parliament.