ज्योतिष के जानकारों की मानें तो माघ पूर्णिमा के दिन व्रत, उपवास और दान से ज्यादा स्नान का महत्व है. पवित्र नदियों में स्नान करने से इंसान से सारे पाप और संताप नष्ट हो जाते हैं. नैट माघ पूर्णिमा, जिसे माघी पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है, माघ माह का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण दिन है. जब पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं. ना सिर्फ पवित्र संगम के तट पर बल्कि देशभर की पवित्र नदियों के तट पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ता है.