पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए मां पार्वती ने वर्षों तक घोर तपस्या की थी ऐसे में हरतालिका तीज व्रत भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन पर्व के रूप में मनाया जाता है। माना जाता है कि माता पार्वती के कठोर तप को देखकर शिव जी ने उन्हें दर्शन दिए और अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया. तभी से अच्छे पति की कामना और लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखा जाता है.
According to mythological beliefs, Mother Parvati had performed severe penance for years to get Lord Shiva as her husband, hence Hartalika Teej fast is celebrated as the festival of reunion of Lord Shiva and Mother Parvati.