ध्यान में वो शक्ति है जो हमें संसार के सभी कार्य करते हुए, परमात्मा तक पहुंचा देता है. वास्तव में ध्यान, हमें स्वयं को देखने, स्वयं को जांचने और स्वयं को परखने की प्रक्रिया है. तो आखिर ध्यान करने पर इतना जोर क्यों दिया जाता है. क्यों ध्यान को ईश्वर को पाने का जरिया बताया जाता है. देखिए प्रार्थना हो स्वीकार.
There is that power in meditation that takes us to God while doing all the work of the world. Before worshiping any form of God, it is necessary to know about those things.